Dard Bhari Shayari | Dard Sad Shayari | Life Shayari Hindi | Love Dard Bhari Shayari | Shayari Dard |
दिल पर चोट पड़ी है तब तो आह लबों तक आई है,
यूँ ही छन से बोल उठना तो शीशे का दस्तूर नहीं||
राज तो हमारा हर जगह पे है,
पसंद करने वालों के दिल में और,
न पसंद करने वालों के दिमांग में||
ज़िन्दगी से बस यही गिला है,
ख़ुशी के बाद क्यों ये गम मिला है,
हमने तो की वफ़ा उनसे,
पर क्यों थे अनजान इससे,
बेवफाई ही वफ़ा का सिला है||
तू क्या जाने क्या है तन्हाई,
इस टूटे हुए दिल से पूछ क्या है जुदाई,
बेवफाई का इल्ज़ाम न दे ज़ालिम,
इस वक़्त से पूछ किस वक़्त तेरी याद नहीं आती||
वही उम्मीद, वही इंतजार तेरा करते हैं,
उसी इश्क़ से, उसी चाहत से,
उसी प्यार से, उसी मान से,
मुझे आज फिर से मिल जाओ,
की मन बहुत दिनों से उदास हैं||
दिल की बाते कहने को दिल करता है,
दर्दे जुदाई सहने को दिल करता है,
क़िस्मत में है दुरियाँ वर्ना,
हमें तो आपके दिल में रहने को दिल करता हैं||
बड़े नसीब से तेरा प्यार मिला है,
बड़ा हसीन ये इंतज़ार मिला है,
मिल गई है मंज़िल हमको,
जबसे हमको तेरा ऐतबार हुआ है||
इन बहते हुए आँसुओं से अक़ीदत हैं मुझे भी,
उनकी तरह ही ख़ुद से शिक़ायत हैं मुझे भी,
वो अगर नाज़ुक हैं तो मैं भी पत्थर नहीं,
तन्हाई में रोने की आदत है मुझे भी||
उन को चाहना मेरी मोहब्बत है,
उन्हें कह न पाना मेरी मजबूरी है,
वो खुद क्यों नही समझता मेरे दिल की बात को,
क्या प्यार का इज़हार करना ज़रूरी है||
दुनिया समझती है बेकार जिसे,
वो खोटा सिक्का भी एक दिन चल जायेगा।
मंजिल चुन कर बढ़ चुका हूँ मैं,
हौसले बढ़ रहे हैं मेरे समय भी बदल जायेगा||