Jeevansathi Shayari Marathi | Jivan Sathi Par Shayari | Saccha Jivan Sathi Shayari | Ser Chet Shayari | Shayari Video |
गम तो है हर एक को,
मगर हौसले हैं जुदा जुदा,
कोई टूट कर बिखर गया,
कोई मुस्कुरा के चल दिया||
अब उसके साथ रहूँ या फिर उस से किनारा कर लूँ,
जरा ठहर जा ऐ दिल मैं ये फैसला दोबारा कर लूँ||
किस कदर नादिम हुआ हूँ मैं बुरा कहकर उसे,
क्या खबर थी जाते-जाते वो दुआ दे जायेगा||
हमारी मोहब्बत से तो यह दुनिया भी वाकिफ है,
न हमने दीवानगी छोड़ी और न प्यार,
कसम से हम इश्क में इतना दूर आ गएँ,
कि लोग कहने लगे ‘काश, ये दोनों एक हो गए होते!
कांटो सी चुभती है तन्हाई,
अंगारों सी सुलगती है तन्हाई,
कोई आ कर हम दोनों को ज़रा हँसा दे,
मैं रोती हूँ तो रोने लगती है तन्हाई||
मेरी फ़ितरत में नहीं की ग़म अपना बायाँ करू,
गर मैं तेरा दिल हूँ तो महसूस कर तकलीफ़ मेरी||
मानिंद-ए-शमां यूँ तो जले हैं तमाम उम्र,
लेकिन हमारे दिल के अँधेरे न कम हुए||
जुदाई मोहब्बत मे जरुरी है,
तभी तो पता चलता,
है की कोन किस के,
बिना कब तक जुदा रह पाता है||
एक पल का एहसास बनकर आ जाते हो तुम,
दूसरे ही पल ख़्वाब बनकर उढ़ जाते हो तुम,
तुम जानते हो के लगता है डर तनहाइयों से,
फिर भी बार बार तन्हा छोड़ जाते हो तुम||
अर्ज़ किया है उंगली में अंगूठी,
और अंगूठी में नगीना,
New Year पे तोहफे न दे वो सबसे बड़ा कमीना||