Hindi Shayari | Pyar Mein Dard Bhari Shayari Hindi Mein | Shayari Dard | Shayari Hindi | Shayari Hindi Mein |
ना जाने कब वो रात होगी,
जब उनकी निगाहें हमारी निगाहों के साथ होगी,
बैठें हैं हम उस रात के इंतज़ार में,
जब उनके होठो की सुर्खियां हमारे होंठों के साथ होगी||
बहन का प्यार किसी दुआ से कम नहीं होता,
वो चाहे दूर भी हो तो ग़म नहीं होता,
अक्सर रिश्ते दूरियों से फीके पड़ जाते हैं,
पर भाई-बहन का प्यार कभी कम नहीं होता,
रक्षा बंधन की शुभ कामनायें||
दिल पे क्या गुज़री, वो अनजान क्या जाने,
प्यार किसे कहते है, वो नादान क्या जाने|
हवा के साथ उड़ गया, घर इस परिंदे का,
कैसे बना था घौंसला, वो तूफान क्या जाने||
इक झलक जो मुझे आज तेरी मिल गयी,
मुझे फिर से आज जीने की वजह मिल गयी||
निगाह-ए-शौक़ की हैरानियों को क्या कहिए;
उन्हें बुला भी लिया ए’तिबार भी न किया||
मकरंद सी तासीर, गुलकंद सी शख्सियत है इनकी,
कुदरत की रहमतें हैं ये, किसी-किसी पर ही बरसती हैं||
इन हसीनो के लंबे घने जो बाल होते हैं,
ये मर्दों को फंसाने के जाल होते हैं,
न जाने कितनो का खून पिया होगा इन हसीनो ने,
तभी तो इनके होटों के रंग लाल होते हैं||
खुशबू बन कर मेरी सांसो में रहना,
लहू बन कर मेरी रग रग में बहना,
दोस्त होते हैं रिश्तों का अनमोल गहना,
इसलिये हर रोज़ सुबह हम से Good Morning कहना||
उनकी चाहत से इकरार न करते,
उनकी कास्मो का ऐतबार न करते,
गर पता होता कि हम सिर्फ मज़ाक है उनके लिए,
कसम से जान दे देते मगर प्यार नहीं करते||
उजालों में रह कर अँधेरा मांगता हूँ,
रात की चांदनी से सवेरा मांगता हूँ,
दौलत शोहरत की जरुरत नहीं,
मेरी जां हर सुबहः तेरा तसव्वुर मांगता हूँ||